शिवसेना ने फिर किया केंद्र सरकार पर प्रहार–सामना में !

शिवसेना ने फिर किया केंद्र सरकार पर प्रहार–सामना !

बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में सरदार पटेल की प्रतिमा पर खर्च हुए पैसों का जिक्र करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की है. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने अपने कॉलम ‘रोखठोक’ में सवाल उठाते हुए लिखा है, “सरदार पटेल की प्रतिमा दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा बन गई. देश की अर्थव्यवस्था धराशायी हो रही है. ऐसे समय में जनता की तिजोरी से हजारों करोड़ रुपए इस प्रतिमा पर खर्च किए गए. इस पर आलोचना शुरू है. सरदार लौहपुरुष थे, वो फौलाद आज पिघलता नजर आ रहा है. इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि सरदार पटेल प्रखर हिंदुत्ववादी नहीं थे. हिंदू राष्ट्र की संकल्पना उन्हें स्वीकार नहीं थी. सरदार पटेल के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए मोदी की सरकार सत्ता में आई. सवाल उठाते हुए लिखा है कि क्या एक भी समस्या सही ढंग से हल हुई?”
आज देश की अर्थव्यवस्था दयनीय और उतनी ही अस्थिर हो गई है. इसलिए कई बार ऐसा सुनाई पड़ता है कि सरदार होते तो हिंदुस्तान की ऐसी दयनीय स्थिति दिखाई नहीं देती  शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने भी सरदार के बारे में ऐसे ही गौरवपूर्ण उद्गार सार्वजनिक तौर पर व्यक्त किए थे सरदार पटेल का उल्लेख लौहपुरुष के रूप में किया जाता है यह फौलाद उनके मन में था राजनीतिक स्वार्थ के लिए यह फौलाद कभी नहीं पिघला. ऐसे सरदार के विचार जो अमल में नहीं ला सके. उन राजनीतिज्ञों ने गुजरात में सरदार पटेल की अतिभव्य प्रतिमा का निर्माण किया/
यह प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है अमेरिका स्थित स्वतंत्रता की देवी की प्रतिमा जैसी ही पटेल की एकात्मता की अर्थात स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बन गई है और इस पर जो 3 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए वो आलोचना का विषय बन गया है. कश्मीर से लेकर आतंकवादियों तक एक भी समस्या हल नहीं हुई. सरदार पटेल के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए मोदी की सरकार सत्ता में आई लेकिन क्या एक भी समस्या सही ढंग से हल हुई है हर तरफ सिर्फ गड़बड़ी और घोटाला ही है इन्हीं लोगों ने सरदार पटेल की प्रतिमा का निर्माण किया है. सरदार पटेल की भव्य प्रतिमा निर्माण करनी थी लेकिन उसके लिए जो पैसा एकत्रित किया गया, वह गरीबों की जेब काटकर जमा किया. ब्रिटेन जैसे राष्ट्र ने मोदी सरकार की खिल्ली ही उड़ाई है/
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट /  

 

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