भ्रामक सन्देश प्रसारित करने वालो पर कड़ी कार्यवाही सुरु!
अशोक कुमार, अपर पुलिस महादिशेक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड ने बताया कि विगत दिनों से प्रदेश के जनपदों में कुछ अराजक तत्वों द्वारा सामाजिक माहौल को खराब करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया (WhatsApp/Facebook) पर कुछ झूठे/भ्रामक सन्देश प्रसारित किये जा रहे हैं जिससे समाज में भय का माहौल उत्पन्न हो रहा है ।
काकड़ीघाट अल्मोड़ा से भिखारी के बेस में पांच सौ लोग निकलने जो रास्ते में जो मिलता है उसको काटकर कलेजे और कीडनी निकाल रहे है जिसमे से छः सात लोग पकड़े गए है .जो पकडे़ गए हैं वही लोग को कडी़ पूछताछ के बाद पांच सौ लोग आने की बात कबुल की है। कृपया सावधान रहे 15 से 20 लोगों की टोली आई है उनके साथ बच्चे और लेडीज हैं और उनके पास हथियार भी हैं और और आधी रात को किसी भी वक्त आते हैं और बच्चे के रोने की आवाज आती है।
थाना मुक्तेश्वर क्षेत्रान्तर्गत धानाचूली धारी क्षेत्र में बच्चों/वयस्कों का अपहरण कर किडनी निकालने वाले गिरोह को पकड़ा गया है, इसी तरह क्षेत्र में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है तथा रात में संदिग्ध व्यक्ति देखे जा रहे हैं’’।
अलर्ट उतराखंड” ख़ासकर घरेलू महिलाओं से अनुरोध है, किसी भी अजनबी जैसे कबाड़ीवाला, फेरीवाला, बाबा या कोई भिखारी कोई भी हो उसके लिए दरवाज़ा ना खोले ना ही कोई बात करे बस हल्ला करके भगा दें। ग़लती से भी ये शब्द ना कहे । “अभी घर में कोई नही है, बाद में आना या चले जाओ“ घर में अगर कुत्ता है तो उसे खोल दो उसी टाइम और मेन गेट मत खोलो । अपना और अपने बच्चे का ध्यान रखिए। सतर्क रहें। सुरक्षित रहें।
सोशल मीडिया पर इस प्रकार की झूठी सूचना प्रसारित करना दण्डनीय अपराध है। जनपद पुलिस द्वारा ऐसे भ्रामक सन्देश प्रसारित करने वालों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की गयी है। आपसे अपील की है कि फेसबुक, ट्विटर या व्हट्सएप्प में पोस्ट को डालने से पहले अपने विवेक से काम लें। कोई भी मैसेज या विडियो शेयर करने से पहले उसकी वास्तविकता का भी पता लगाएं, बिना सच्चाई का पता किए कोई भी विडियो या पोस्ट शेयर नहीं करें। आप सभी लोगों से अनुरोध है कि इस प्रकार की भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान ना दे, ना ही सोशल मीडिया में इसे शेयर करें। इस सम्बन्ध में अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें।
सोच विचार कर, खबर की पुष्टि कर पोस्ट एवं शेयर करें। अन्यथा शेयर करने वालों पर भी मुकदमा/FIR दर्ज की जा सकती है। उत्तराखण्ड पुलिस सदैव आपके साथ है व आपके हितों की रक्षा को तत्पर है।
देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट /