रिस्पना से ऋषिपर्णा एक सामजिक आंदोलन-सीएम !
मुख्यमंत्री ने नाइ पहेल के साथ रिस्पना और कोसी नदियों के पुनर्जीवीकरण का अभियान सुरु किया साथ ही उन्होंने कहा की यह अभियान दो नदियों तक सिमित नही रहने दिया जायेगा पूरे प्रदेश तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि यदि पूरे राज्य के युवा अपनी सोच के साथ आगे बढे तो क्षेत्र की नदियों, गाड गदेरों को बचाना आसान काम हो जायेगा। रिस्पना, कोसी को बचाने का अभियान सरकारी आयोजन नही है, इसे समाज का कार्यक्रम बनाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्गों ने भागीदारी की है, इससे उनका उत्साह बढा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह एक बड़ा सामाजिक आंदोलन बनेगा। रिस्पना और बिन्दाल जैसी नदियों का स्वरूप पहले जैसा होगा जब इसमें स्वच्छ जलधारा बहती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिस्पना को बचाने का प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिये है। सरकार के पास प्लान ’ए’, प्लान ’बी’ व प्लान ’सी’ सब तैयार है, बस जरूरत है स्वतःस्पूर्त जन भागीदारी की।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि शहर में कुछ ऐसे मीटिंग प्वाइंट बनाने पर विचार किया जाय, जहां पर लोग वृक्षारोपण कार्य के लिये एकत्र हों। उन प्वाइंट्स से लोगों को वृक्षारोपण तक ले जाने के लिये वाहनों की व्यवस्था की जा सकती है।
देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट /