राज्य स्तरीय फार्म मशीनरी बैंक मेला-सी.एम!
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को परेड ग्राउण्ड देहरादून में राज्य स्तरीय गोष्ठी एवं फार्म मशीनरी बैंक मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कृषि यंत्रों, विभिन्न प्रकार के फलों, सब्जियों एवं स्थानीय उत्पादों पर लगाई गई आजीविका से जुड़ी प्रर्दशनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी 13 जिलों के 13 स्वयं सहायता समूहों को फार्म मशीनरी बैंक के लिए लगभग एक करोड़ रूपये के चैक वितरित किये। इस अवसर पर उन्होंने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया।
फार्म मशीनरी बैंको से उत्पादों की वैल्यू एडिशन में मिलेगी मदद-सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 तक कृषकों की आय दुगुनी करने, सबका अपना घर, प्रत्येक घर में बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था का जो संकल्प लिया है जिसके तहत सवा लाख किसानों को लगभग 600 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है।
चकबंदी से कृषकों को होगा फायदा-सीएम
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में छोटी एवं बिखरी जोतों पर चकबंदी से कृषकों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि गांवों के किसान चकबंदी के लिए आपस में भूमि संटवारा ¼Exchange½ कर सकते हैं, जिसके लिए सरकार तैयार है। उन्होंने कहा कि ऐरोमेटिक प्लांट एवं ट्यूबलर खेती से अच्छी आय अर्जित की जा सकती है, एरोमेटिक प्लांट को बढ़ावा देना जरूरी है।
कृषि यंत्रीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए 370 समूहों का किया गया चयन-मंत्री
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कृषि में यंत्रीकरण से लागत में कमी के साथ-साथ कृषकों की आय में वृद्धि की जा सकती है। फार्म मशीनरी बैंक में कम से कम 08 कृषकों के समूह को 10 लाख रूपये तक के कृषि यंत्र उपलब्ध कराने की व्यवस्था है, जिस पर 80 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। 20 प्रतिशत धनराशि कृषक समूह द्वारा स्वंय या किसी संस्था अथवा बैंक ऋण के माध्यम से वहन की जाएगी।
एक कलस्टर में कम से कम 100 कृषकों को सम्मिलित किया जाएगा। प्रथम चरण में एक विकासखंड से एक ग्राम का चयन किया जाएगा। चयनित ग्राम को मॉडल विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रत्येक न्याय पंचायत एवं ग्राम पंचायत स्तर पर एक-एक फार्म मशीनरी बैंक होंगे स्थापित
सचिव कृषि श्री डी. सेंथिल पांडियन ने कहा कि प्रदेश में अधिकतर लघु एवं सीमान्त कृषक हैं, जो कि आवश्यकता के अनुरूप पृथक-पृथक कृषि यंत्र खरीदने में सक्षम नहीं होते हैं।
उन्होंने कहा कि फाॅर्म मशीनरी बैंक में मुख्य रूप से पावर टिलर, पावर विडर, थे्रसर,मल्टी क्राप थे्रसर, रोटावेटर, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, ब्रश कटर, हैरो, कल्टीवेटर, सीड ड्रिल, रीपर कम बाईपर, पशुचालित यंत्र, छोट कृषि यंत्र, जल पंप, मानव चलित यंत्र, पावर स्प्रेयर, पंप सेट, जल संवहन पाईप आदि उपलब्ध कराये जाते हैं।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, देशराज कर्णवाल, प्रमुख सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, कंट्री काॅर्डिनेटर आईफैड श्रीमती मीरा मिश्रा, पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. ए.के मिश्रा, ब्लाॅक प्रमुख श्रीमती बीना बहुगुणा, भाजपा नेता विनय गोयल, सुनील उनियाल आदि उपस्थित थे।
देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट/