उत्तराखण्ड फुटबाल में खिलाडियों के साथ हो रहा षड्यंत्र !

उत्तराखण्ड फुटबाल में खिलाडियों के साथ हो रहा षड्यंत्र !

देहरादून प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के दौरान विन्रेंद्र सिंह रावत ने आरोप जिला फुटबाल ऐसोसिएशन पर आरोप लगाये है कहा जिस प्रकार की देहरादून में फुटबाल के प्रति षड्यंत्र चलाया जा रहा है उस को लेकर सरकार को जरूरी कदम उठानी की जरुरत है/ 
जब इंसान उच्चाईयों पर पहुचता है तो उसको निचा दिखाने के लिय कुछ असमाजिक तत्व उभर आते है/ आपको अवगत किया जाता है कि जिला फुटबाल एसोसिएशन देहरादून ने 9 अक्टुबर 2017 को प्रेस वार्ता कर मेरे खिलाफ ओर हमारी उत्तराखण्ड फुटबाल रेफरी एसोसियेशन और देहरादून फुटबाल  एकेडमी मनगढ़त आरेाप लगाये बेबुनियाद और निर्धार है जिनकी बुनियाद फर्जी तरीके राखी गई है   उसको उखाडने की बात करते है एक मान्यता लेने से ही काम नही होता उस पर काम भी करना होता है और मान्यता लेकर खिलाडियों कोचो रेफरी का शोषण 16 साल से कर रहे है क्योकि इनको कोई बोलने वाला नही है उस्मान खांन जो अपने को फर्जी तरीके से कार्यवाहक सचिव बने है खुद का ही कही कोई समाज में सम्मान नही है जिसका पुर्व में जिला लीग में रिर्काड ही खराब है मार पीट के अलावा गाली गलौच और रेफरी,खिलाडी को पीटना रेड कार्ड दिखाना काम है समाज में ऐसे धृणित व्यक्ति की दृष्टि में देखा जाता है जिसने हाल में आयोजित प्रधानमंत्री अन्डर प्रतियोगिता 2017 के दौरान विरेन्द्र सिंह रावत को जान से मारने और गाली गलौच की जिसके गवाह आई टी बी पी के अधिकारी भी है/ उस्मान खांन व्यक्ति मेरे पर और हमारी एसोसियेशन एकेडमी पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे है/
मैंने क्यो छोडा जिला फुटबाल एसोसियेशन देहरादून और उत्तराखण्ड स्टेट फुटबाल एसोसियेशन का साथ शोषण के कारण…..जिला फुटबाल एसोसियेशन देहरादून ने वी.एस.रावत  को 2013 में सस्पेंड कर दिया था केवल  से वो भी क्यों ……….उचित मार्ग ना मिलने के कारण रेफरीशिप छोड़ना पड़ा …आपको बता दे कि वी.एस.रावत 1998 में उत्तरप्रदेश से रेफरीशिप का क्लास थ्री की परीक्षा पास  कि थी और पुरे उत्तराखण्ड और उत्तरप्रदेश में अपनी रेफरीशिप का लोहा मनवाने लगा 2000 से जिला फुटबाल एसेासियेशन देहरादून के सचिव देवेन्द्र सिंह बिष्ट और उत्तराखण्ड स्टेट फुटबाल एसोसियेशन के सचिव अख्तर अली के अनुसार जहा कही भी प्रतियोगिता होती उत्तराखण्ड के 13 जिलो में वी.एस.रावत अपनी नौकरी को दाव मे लगाकर रात हौ या दिन अपना तन मन धन परिवार को छोड कर कई दिनों महीनो तक रेफरीशिप करने चला जाता था और कोच बनकर स्टेट की टीम को नेशनल में ले जाता था  और वी.एस.रावत ने अपनी कोंिचग और रेफरीशिप से पुरे उत्तराखण्ड में एक पहचान बना ली थी बडे से बडा मैंच हो या स्टेट की टीम ले जानी हो तो वी.एस.रावत को ही पुछा जाता था। और वी.एस. रावत क्लास वन रेफरी भी बन चुका था  जिसने उत्तराखण्ड में आल इंडिया पुलिस फुटबाल प्रतियोगिता 2009 में 22 में से 18 मैंच खिलाये एक दिन में 90 मिनट के 4 मैंच खिलाना अपने आप में एक जुनुन ही था देहरादून जिला लीग में प्रत्येक वर्ष 100 में से 92 मैंच वी.एस. रावत ही खिलाता था स्कूल नेशनल 2005, आल इंडिया युनिर्वसीटी, आल इंडिया गोपैश्वर, पीथोरागढ, आदि कई बडी  प्रतियोगिता में रेफरीशिपक र अपना लोहा मनवाया
 देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट

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