144 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली मसूरी पुनर्गठन पेयजल योजना का भूमिपूजन करते मसूरी विधायक गणेश जोशी।

144 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली मसूरी पुनर्गठन पेयजल योजना का भूमिपूजन करते मसूरी विधायक गणेश जोशी।

देहरादून 29 फरवरी: डबल इंजन की भाजपा सरकार ने मसूरी के लोगों की चिंता को दूर करने का काम किया है और दो वर्ष बाद निर्माण कार्य पूर्ण होने के अगले 30 वर्षाो तक मसूरी में पेयजल की समस्या कभी उत्पन्न नहीं होगी, यह कहा मसूरी विधायक गणेश जोशी ने। विधायक गणेश जोशी के अथक प्रयासों से भारत सरकार द्वारा 144 करोड़ की लागत से बनने वाली मसूरी पुनर्गठन पेयजल योजना को स्वीकृति प्रदान की थी। चार स्टेज पम्पिंग योजना से मसूरी के अन्र्तगत 100 किमी पेयजल लाईन का निर्माण कराया जाऐगा और वर्ष 2022 तक इस योजना का निर्माण कार्य पूर्ण करने को कहा गया है।
शनिवार को मसूरी के यमुना पुल स्थित भेडियाना गांव में मसूरी विधायक गणेश जोशी ने पेयजल योजना को औपचारिक रुप से प्रारम्भ किये जाने के लिए भूमिपूजन किया। विधायक जोशी ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, प्रधानमंत्री कार्यालय एवं पेयजल निगम के अधिकारियों का धन्यवाद किया।
उन्होनें बताया कि इसे पहाड़ों की रानी के नाम से प्रसिद्ध मसूरी नगर का क्षेत्रफल लगभग 64.25 वर्ग किमी0 है। मसूरी में सर्वप्रथम 1908 में पाईप पेयजल योजना का निर्माण हुआ। पेयजल योजना लगभग 20 स्रौतों को लेकर बनी थी। मसूरी शहर मेें वर्ष 1907 में विद्युत व्यवस्था लागू हुई तब वर्ष 1908 में मसूरी के लिये पहली पम्पिंग योजना मरे स्रौत से बनी इसके पश्चात मसूरी में वर्ष 1913 मेें मैकिनन से एवं वर्ष 1़925 में लण्ढौर से पम्पिगं पेयजल योजना बनी। वर्ष 1962 में कण्डीघाट से मसूरी स्रौत सवंर्द्धन पम्पिगं पेयजल योजना बनी। वर्ष 1970-71 में कोल्टी एवं वर्ष 2004 में धोबीघाट से मसूरी हेतु पम्पिगं पेयजल योजनाए बनी। वर्तमान में 12 गदेरों एवं स्प्रिंग से लगभग 7.69 एम0एल0डी0 पेयजल मसूरी में उपलब्ध हो रहा है। वर्तमान में मसूरी के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 28 छोटे बडे़ जलाशय जिनकी कुल क्षमता 29000 किलो लीटर है। मसूरी में लगभग 18 कि0मी0 राईजिंग मेन एवं 78.50 कि0मी0 वितरण प्रणाली (250 मि0मी0 ब्यास से 20 मि0मी0 ब्यास) द्वारा पेयजल आपूर्ति हो रही है।
उन्होनें इस पेयजल योजना की आवश्यकता को बताते हुए कहा कि मसूरी शहर की जनसंख्या एवं पर्यटको की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जिस कारण उपलब्ध जल की मात्रा 7.69 एम0एल0डी0 से स्थानीय लोगों एवं पर्यटको को सम्पूर्ण मात्रा में पेयजल की आपूर्ति नही हो पाती है। वर्तमान में मसूरी शहर में 78 एल0पी0सी0डी0 की दर से आपूर्ति हो रही है। मसूरी नगर में सीवरेज व्यवस्था प्रारम्भ होने के कारण मानकानुसार 135 एल0पी0सी0डी0 की दर से पेयजल उपलब्ध होना चाहिए, जिसको ध्यान में रखते हुए एक नई पेयजल योजना की स्वीकृति की आवश्यकता हुई। उन्होने बताया कि इस योजना के अन्र्तगत 04 जलाशयों का निर्माण कराया जाऐगा जिसकी कुल क्षमता 5000 किलोलीटर होगी।
इस अवसर पर भाजपा मण्डल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर, राजेश नौटियाल, निर्मला जोशी, जिला पंचायत सदस्य कविता रौंछेला, क्षेत्र पंचायत सदस्य मिनाक्षी चैहान, प्रधान साधना पंवार, उर्मिला रावत, सुन्दर सिंह, कृपाल सिंह, सरोज, अनुज कौशल, राकेश रावत, मुकेश धनाई, गीता कुमांई, सरिता पंवार, कुशाल राणा, बादल प्रकाश, मीरा सकलानी, विजय बिन्दवाल सहित पेयजल निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।

Idea for news ke liye dehradun se amit singh negi ki report.

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