सुप्रीम कोर्ट का  फैसला  निचली अदालत ने बदला  मुख्तार  अंसारी  उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का आदेश टला।

 

सुप्रीम कोर्ट का  फैसला  निचली अदालत ने बदला  मुख्तार  अंसारी  उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का आदेश टला।

उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर और मऊ से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को बुधवार को मोहाली की कोर्ट में पेश किया गया है। वह यहां रोपड़ की जेल में बंद था और 6 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने उसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का आदेश दिया था। आज कड़ी सुरक्षा में अंसारी को पुलिस रोपड़ जेल से मोहाली लेकर पहुंची। साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस भी उसे ले जाने की आस लेकर आई थी, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा। स्थानीय कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 12 अप्रैल तय करते हुए अंसारी को फिर से रोपड़ जेल भेज दिया। बता दें कि इससे पहले पिछले 2 साल में उत्तर प्रदेश की पुलिस 8 बार आई और लौट गई, मगर खाली हाथ।

मुख्तार अंसारी को क्यों लाया गया था पंजाब?

दरअसल, 8 जनवरी 2019 को मोहाली के एक बड़े बिल्डर की शिकायत पर वहां की पुलिस ने अंसारी के खिलाफ 10 करोड़ की फिरौती मांगने का केस दर्ज किया था। 12 जनवरी को प्रोडक्शन वारंट हासिल करने के लिए पुलिस कोर्ट पहुंची। 21 जनवरी 2019 को मोहाली पुलिस मुख्तार अंसारी को प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश से मोहाली ले आई। 22 जनवरी को कोर्ट ने उसे एक दिन की रिमांड पर भेज दिया। 24 जनवरी को उसे न्यायिक हिरासत में रोपड़ जेल भेज दिया गया।

BJP विधायक ने प्रियंका गांधी से गुहार लगाई थी

गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से BJP विधायक अलका राय ने इस संबंध में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को तीन बार चिट्ठी लिखी है। इसमें अलका का सवाल है कि मुख्तार जैसे अपराधी को पंजाब सरकार क्यों बचा रही है, प्रियंका जी अंसारी को सजा दिलाने में मदद करें। दरअसल, अलका के पति पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर है। हालांकि इस केस में कोर्ट मुख्तार को बरी कर चुकी है।

8 बार लौटी UP पुलिस

2 साल में उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम 8 बार अंसारी को लेने पंजाब गई, लेकिन हर बार सेहत, सुरक्षा और कोरोना का कारण बताकर पंजाब पुलिस ने सौंपने से इनकार कर दिया। पंजाब पुलिस डॉक्टर की सलाह का हवाला देती रही कि अंसारी को डिप्रेशन, शुगर, रीढ़ की बीमारियां हैं। ऐसे में उसे कहीं और शिफ्ट करना ठीक नहीं है।
कानपुर में बिकरुकांड के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अंसारी ने जान का खतरा बताया था, उसने पत्र लिखकर आशंका जताई थी कि जैसे दुबे की जीप पलट गई और जान चली गई, ऐसे मेरी भी जा सकती है।

कोर्ट में UP सरकार का तर्क

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान UP सरकार ने कहा कि मुख्तार अंसारी पर 15 केस दर्ज हैं और वह गैंगस्टर की श्रेणी में आता है। वह पंजाब की जेल में मौज कर रहा है। उसके न आने से उत्तर प्रदेश की अदालतों में उसके खिलाफ सुनवाई रुकी हुई है। वहीं, पंजाब सरकार के वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि UP सरकार की मांग संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने वकील की दलील ठुकरा दी।

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