सरकार !विधायकों की चिंता छोड़, बेरोजगारों की करो चिंता -मोर्चा
सरकार !विधायकों की चिंता छोड़, बेरोजगारों की करो चिंता -मोर्चा
#प्रदेश का बेरोजगार दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर | #सरकारी पद अब हैं सिर्फ न के बराबर ! #सरकार के पास क्या है बेरोजगारों के लिए कार्य योजना ! #बेरोजगार करे तो क्या करे ! #बहुत हुआ विधायकों के लिए, अब करो बेरोजगारों के लिए | विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति बहुत भयावह हो चुकी है तथा शिक्षित/ उच्च शिक्षित बेरोजगार युवा 7-8 हजार की नौकरी पाने के लिए दर- दर की ठोकरें खाने को मजबूर है, लेकिन सरकार को उनकी पीड़ा सुनाई/ दिखाई नहीं देती | सरकार सिर्फ और सिर्फ विधायकों के वेतन,भत्तों, पेंशन व उनके सुख- सुविधाओं की चिंता है, लेकिन बेरोजगारों की नहीं | सरकार को सभी नौटंकियां यथा यूसीसी व अन्य छोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने व रोजगार सृजन करने की दिशा में काम करना चाहिए | नेगी ने कहा कि प्रदेश में नौटंकियां बहुत हो चुकी, अब सरकार व उसके विधायकों/ मंत्रियों को पूरे मन से इन बेरोजगारों की पीड़ा के साथ-साथ उनके माता-पिता की चिंता की ओर भी ध्यान देना चाहिए | नेगी ने विधायकों/ मंत्रियों को फिक्कारते हुए कहा कि ये सभी अपने अवैध कारोबार व अपना आर्थिक साम्राज्य बढ़ाने के लिए चिंतित हैं, लेकिन बेरोजगारों के लिए नहीं ! नेगी ने कहा कि ऐसे समय में जब सरकारी पद लगभग न के बराबर रह गए हैं, सरकार को अन्य विकल्पों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, जिससे इन बेरोजगारों का भला हो सके | अगर सरकार की नींद नहीं खुली तो मोर्चा बेरोजगारों के हितों को लेकर आंदोलन करेगा | पत्रकार वार्ता में – दिलबाग सिंह व भीम सिंह बिष्ट मौजूद थे |