भ्रष्ट पुलिस अधिकारी वरिष्ट उप. निरीक्षक सुमेर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाय
भ्रष्ट पुलिस अधिकारी वरिष्ट उप. निरीक्षक सुमेर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाय
भ्रष्ट पुलिस अधिकारी वरिष्ट उप. निरीक्षक सुमेर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाय एवं शीघ्र जाँच जाँच पुरी करवाकर मुकदमा संख्या 0062/2023 मे चार्जशीट दाखिल की जाय !
भ्रष्ट पुलिस अधिकारी सुमेर सिंह वरिष्ट उप निरीक्षक ने अपने व्यक्तिगत लाभ के लिये घटना के 26 मुख्य आरोपियो का नाम विवेचना करते हुए, सबुतो को नष्ट करते ने हुए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कानुन के साथ खिलवाड करते हुए मुकदमे से हटा दिया।
सुमेर सिंह वरिष्ट उप निरीक्षक द्वारा श्रीमान अध्यक्ष जिला पुलिस शिकायत प्राधिकरण देहरादून के समक्ष शपथ पत्र देते हुए क्र. संख्या 05 मे पार्षद भूपेन्द्र कठैत, धुन्नीलाल (चुन्नीलाल) पार्षद व पार्षद कमल थापा, पूनम नौटियाल, पार्षद योगेष घाघर एवं रेखा राजपूत का विवेचना मे शामिल होना नहीं पाया तथा इनका नाम विवेचना से पृथक किया गया यह शपथ पत्र देते हुए मुख्य आरोपीयो को बचाया गया?
पूनम नौटियाल ने 22-02-2023 को घटना करने के अगले दिन 23-02-2023 को सोसायटी का गेट बन्द करके कैमरे के सामने यह बोला था की हमने कल उसका घर तोड़ा आप ने जैसा चाहा वैसी मैने कार्यवाही की आप लोगो ने देखा था की पुलिस हमारे साथ थी प्रशासन हमारे साथ था और उस समय जीतेन्द्र सिंह चौहान एसओ राजपुर एवं अन्य पुलिस अधिकारी भी पूनम नौटियालके साथ खडे थे जिसका प्रमाण मेरे पास विडियो के रूप में उपलब्ध है।
सुमेर सिंह ने आरोपीयों का नाम मुकदमे से हटाकर सिद्ध कर दिया की पुलिस हमलावरों के साथ थी।
5) क्र. 05 में सुमेर सिंह वरिष्ट उप निरीक्षक द्वारा रेखा राजपूत को मुकदमे से बचाते हुए यह लिखा गया की रेखा राजपूत मौके पर मौजूद नही थी उसका नाम विवेचना से पृथक किया जाता है।
वहीं क्र. 07 में सुमेर सिंह द्वारा शपथ पत्र में यह अंकित किया गया की 22-02-23 को रेखा राजपुत ने प्रवीण भारद्वाज, के विरुद्ध मुकदमा संख्या 59/2023 धारा 307/323/506 आईपीसी पंजीकृत किया गया।
अब प्रश्न यह उठता हे की सुमेर सिंह शपथ पत्र में क्र. 05 मे रेखा राजपुत को बचाने के लिये यह लिख रहे है की रेखा राजपुत घटना स्थल पर मौजूद नहीं थी औ शपथ पत्र में क्र. 07 में प्रवीण भारद्वाज के ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज करने के लिये रेखा राजपूत की घटना स्थल पर मौजूदगी बता रहे है!
झुठा शपथ पत्र सुमेर सिंह वरिष्ठ उपनिरीक्षक द्वारा देकर कानून के साथ खिलवाड किया गया। एसे पुलिस अधिकारी जो कानून की धज्जीयाँ उडाते हैं एवं अपने पद का दुरुपयोग करते हैं उनके विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही कर तत्काल निलंबित किया जाना चाहीए।
केस डायरी से अपराधीयों को बचाने के लिये सुमेर सिंह द्वारा सभी सबूतो को गायब करके नष्ट कर दिया गया है जैसे घटना के फोटो, घटना की पेन ड्राइव, मेडीकल रिपोर्ट, विडीयो के आधार पर आरोपीयों के नामो की लिस्ट अर्थात शुरुआत से ही मुकदमे को भटकाने का प्रयास अधिकारीयों द्वारा किया गया। पिछले 27 महीनो में जाँच के नाम से प्रोग्रेस रिपोर्ट जीरो है। आज तक किसी एक भी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार नही किया। अतः आरोपीयों को गिरफ्तार किया जाय एवं चार्जशीट शीघ्र दाखिल की जाय।