देहरादून : अब दून अस्पताल के मरीजों को मिल सकेंगी सस्ती दवाइयां, खुलेंगे 2 जन औषधि केंद्र !
देहरादून. राजधानी देहरादून के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मरीजों को अब सस्ते दामों पर दवाइयां मिलने वाली हैं. दरअसल जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने के लिए लिए दून अस्पताल में दो नए जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे. इसके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा एक कमेटी बनाकर के तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
राजधानी देहरादून की अगर बात करें तो राजधानी में कई जन औषधि केंद्र संचालित किए जा रहे हैं. जन औषधि केंद्र से महंगाई के इस दौर में गरीब मरीजों को इलाज में सहायता मिल रही है. देहरादून निवासी मुकुल उनियाल बताते हैं कि वह दिल के मरीज हैं और उनका दिल का ऑपरेशन हुआ था. इसके बाद उन्हें रेगुलर दवाइयां खानी पड़ती है. मुकुल उनियाल बताते हैं कि उनकी दवाइयां काफी ज्यादा महंगी आती हैं. वह पहले तो बाहर से लेते थे, लेकिन अब वह अपनी और अपनी पत्नी की दवाइयां जन औषधि केंद्र से लेते हैं जो उन्हें बहुत कम दामों पर मिल जाती है.
वहीं, देहरादून निवासी सना के मुताबिक, वह पिछले 4-5 सालों से जब भी उन्हें दवाइयां लेनी होती हैं तो वह जन औषधि केंद्र से ही लेती हैं. एक महिला के लिए इस महंगाई के दौर में दवाइयों के महंगे होने से इलाज करवाने में दिक्कत होती है. इस तरह से जन औषधि केंद्र के माध्यम से अगर सस्ते दामों पर दवाइयां उपलब्ध होती हैं, तो गरीब तबके की महिलाओं का बजट नहीं बिगड़ता है. वह बताती हैं कि यहां दवाइयां आधे दामों पर मिल जाती है. यह गरीब जनता के लिए सरकार द्वारा की जाने वाली मदद है. उनका कहना है कि अगर सरकारी अस्पतालों में और दून के हर इलाके में जन औषधि केंद्र और बढ़ा दिए जाएंगे तो लोगों की मुश्किलें कम हो जाएंगी.
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ आशुतोष राणा ने जानकारी देते हुए कहा है कि जन औषधि केंद्र खोलने के लिए अस्पताल प्रशासन की तरफ से एक प्रस्ताव निकाला गया था. इसमें कई लोगों ने अस्पताल प्रशासन से संपर्क किया और जन औषधि केंद्र खोलने की इजाजत मांगी. उन्होंने बताया कि मानक पूरा करने वाले लोगों को अस्पताल में जन औषधि केंद्र खोलने की इजाजत दी जाएगी. साथ ही बताया कि अभी तक 3 से 4 लोग जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन कर चुके हैं. इस मामले को लेकर मीटिंग भी हुई. इसके बाद अस्पताल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विचार-विमर्श के बाद सुझाव मांगे गए. आवेदकों में से दो लोगों को के नाम पर मुहर लगाई जाएगी.
फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ऑफ इंडिया देहरादून के असिस्टेंट मैनेजर तपन शर्मा ने जानकारी दी कि एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर दो जन औषधि केंद्र खोले जा सकते हैं. अगर अस्पताल प्रशासन ऐसी पहल करने वाला है तो उसमें मानकों के मुताबिक, फार्मेसिस्ट होना बहुत जरूरी है. ऐसे में अब दून अस्पताल में दो अन्य जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे जिसमें मरीज के अलावा कहीं से भी पब्लिक दवाई लेने आ सकती हैं.
आइडिया फॉर न्यूज के लिए उत्तराखंड से ब्यूरो रिपोर्ट