कोरोना से बचाव में सरकारी व निजी अस्पतालों में समन्वय पर विचार विमर्श के साथ मुख्यमंत्री की बैठक।

कोरोना से बचाव में सरकारी व निजी अस्पतालों में समन्वय पर विचार विमर्श के साथ मुख्यमंत्री की बैठक।

निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में ओपीडी खुली  रहेगी

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की मुख्यमंत्री के साथ बैठक।

 

कोरोना से बचाव में सरकारी व निजी अस्पतालों में समन्वय पर विचार विमर्श

 

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को सीएम आवास में कोविड-19 कोरोना वायरस  के संक्रमण से बचाव के संबंध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए राज्य सरकार हर सम्भव कोशिश कर रही है। इसमें प्राईवेट चिकित्सा संस्थानों का सहयोग बहुत जरूरी है। वर्तमान में दून अस्पताल, महंत इंद्रेश अस्पताल, एम्स ऋषिकेश व हिमालयन अस्पताल में कोविड-19 कोरोना के मरीजों के लिए बेड आरक्षित रखे गए हैं। यहां के चिकित्सकों को कोरोना के ईलाज मे नियुक्त किया  गया है। इससे अन्य निजी अस्पतालों की जिम्मेदारी बढ गई है। इसलिए सभी निजी अस्पताल और नर्सिंग होम अपने यहां ओपीडी खुली रखें। ताकि आमजन अन्य बिमारियों की दशा में अपना ईलाज सुगमता से करा सके।  सरकार निजी चिकित्सा संस्थानो को हर प्रकार की सहायता देगी। मुख्यमंत्री ने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि निजी अस्पतालों में ओपीडी की व्यवस्था सही रखने में सहयोग करें। मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि कोरोना से लङाई में सरकार का पूरा सहयोग किया जाएगा। यह लङाई केवल सरकार की नहीं पूरे देश और समाज की है।

बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ धनसिंह रावत,

मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह,  सचिव स्वास्थ्य श्री नितेश झा, एनएचएम के निदेशक श्री युगल किशोर पंत, आईएमए के अध्यक्ष डॉ अजय खन्ना,

सीएमआई के चेयरमैन डॉ आरके जैन,

डॉ महेश कुडियाल, डॉ अरविंद ढाका, डॉ डीडी चौधरी, डॉ अजीत गैरोला, डॉ सिद्धार्थ गुप्ता, डॉ संजय गोयल, डॉ कृष्ण अवतार, डाॅ प्रवीण मित्तल, डॉ शनवीर बामरा आदि उपस्थित थे।

आइडिया फ़ॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट।

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